SHIV CHAISA SECRETS

Shiv chaisa Secrets

Shiv chaisa Secrets

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स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर Shiv chaisa अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

हनुमान चालीसा लिरिक्स

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

It truly is believed that normal chanting of shiv chalisa in hindi Shiva Chalisa with utmost devotion has the ability to get rid of all of the obstacles and complications from a single’s lifetime.

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